कहते हैं कि किस्मत के लिखे को कोई बदल
नहीं सकता, लेकिन इसी के
साथ-साथ यह भी कहा जाता है कि दुनिया में नामुमकिन कुछ भी नहीं होता. ज़रूरत होती
है आपके पक्के इरादे की. ये दोनों बातें एक साथ नमूदार हुईं उस प्रसंग में जो मैं
आपको सुनाने जा रहा हूं. हाल में अमरीका के इण्डियाना में एक अनूठी शादी हुई. शादी
हुई,
शादी
का सारा तामझाम मौज़ूद था, दुल्हन थी, दुल्हन के लिबास में थी, दुल्हा दुल्हन के
तमाम परिवारजन और मित्रगण थे, लेकिन दूल्हा नहीं था. शादी फिर भी हुई. शादी हुई
मृत दूल्हे की कब्र के साथ! यानि किस्मत के लिखे को बदल ही दिया गया! और ऐसा किया दुल्हन
जेसिका पेजैट ने.
बेहतर होगा कि सारी बात
सिलसिलेवार बता दी जाए. बरसों पहले जेसिका पेजैट की सगाई केण्डल जेम्स मर्फी के
साथ हुई थी. एक दूसरे से महज़ सात मील की दूरी पर रहने वाले इस युवा जोड़े की पहली
मुलाक़ात कॉलेज में हुई और फिर आहिस्ता-आहिस्ता वे एक दूसरे के प्रेम में डूबते गए.
जेसिका ने बाद में बताया कि “केण्डल बेहतरीन इंसान थे. बहुत प्यार करने वाले और
दयालु. वे किसी को भी अपने कपड़े उतारकर पहना देते थे.” उनकी सगाई के किस्से बहुत
दिनों तक लोगों की ज़ुबां पर थिरकते रहे. जैसे
जैसे उनकी शादी का दिन नज़दीक आता जा रहा था, उनकी बेताबी भी बढ़ती जा
रही थी. शादी की तैयारियां ज़ोर-शोर से चल रही थीं. लेकिन नियति को शायद उनकी खुशी
स्वीकार्य नहीं थी. शादी से मात्र नौ महीने पहले एक भयंकर दुर्घटना हो गई. केण्डल
जेम्स मर्फी जो कि एक स्वयंसेवी अग्निशामक यानि फायरफाइटर
था, किसी घायल की जान बचाने जाते हुए एक अन्य ड्राइवर की गाड़ी
तले कुचला गया. संयोग की बात यह थी कि वह ड्राइवर भी उसी घायल की जान बचाने जा रहा
था. बताया गया कि वह ड्राइवर न केवल नशे में था, बहुत तेज़
गाड़ी चला रहा था और साथ ही मोबाइल पर बात
भी कर रहा था. केण्डल जेम्स मर्फी ने दुर्घटनास्थल पर भी दम तोड़ दिया. केण्डल
की मौत के कुछ ही समय बाद जेसिका के पास बुटीक से फोन आया कि उसका शादी का जोड़ा
तैयार है. भला इससे बड़ी विडम्बना भी कोई और हो सकती है?
ज़िन्दगी
में आए इस भयंकर तूफान के खिलाफ़ खड़े होने की ताकत जेसिका पेजैट ने अपने भीतर कैसे
संजोई होगी, सोचकर आश्चर्य होता है. सबसे बड़ा फैसला उन्होंने यह किया कि केण्डल की मौत के बावज़ूद
वो शादी रद्द नहीं करेंगी, न केवल रद्द
नहीं करेंगी, पूर्व निर्धारित तिथि को ही
करेंगी. बाद में जेसिका ने बताया, “मैं केण्डल के जाने के बावज़ूद इस दिन को उसी
शिद्दत से मनाना चाहती थी, बावज़ूद इस बात के कि वो अब शारीरिक रूप से मेरे
साथ नहीं थे. मैं इस दिन की यादों को
संजोकर रखना चाहती थी.” और इसलिए पूर्व निर्धारित 29 सितम्बर को जेसिका ने वही
सफेद रंग का दुल्हन का लिबास धारण किया जो उन्होंने इस ख़ास दिन के लिए तैयार
करवाया था. उनकी शादी की तस्वीरें खींचने के लिए वही फोटोग्राफर वहां उपस्थित थीं जिन्हें जेसिका और केण्डल ने मूल रूप से इस दिन फोटो
खींचने का दायित्व सौंपा था. हां, इतना ज़रूर है कि वे केवल शादी करना चाहती थीं,
फोटो शूट उनकी योजना में शामिल नहीं था. वह अनायास ही हो गया. जेसिका पेजैट ने
अपने प्रिय केण्डल जेम्स मर्फी की यादगार
चीज़ों -उनकी आग बुझाने वाली पोशाक, हेलमेट, विशेष जूतों और उन सूरजमुखी के फूलों
के साथ तस्वीरें खिंचवाई जो वे अपनी शादी के समय काम में लेने वाले थे. कुशल
फोटोग्राफर ने बाद में कुछ तस्वीरों में फोटोशॉप करके केण्डल जेम्स को भी शामिल कर
दिया. बाद में जब ये फोटो फ़ेसबुकर आए और फिर दुनिया भर में वायरल हुए तो लोगों ने इनमें
उस युवती के अप्रतिम साहस और अकथनीय दुख दोनों को एक साथ देखा. खुद जेसिका ने बाद
में कहा, “मैं अन्दर से टूटा हुआ महसूस कर रही थी. मेरी बगल में मेरा दूल्हा नहीं
था. मैं वहां अकेली खड़ी थी.” लेकिन वैसे वे अकेली कहां थीं? उनका प्रिय केण्डल पास
ही तो सो रहा था. और उसी चिर निद्रा में डूबे केण्डल के साथ उन्होंने विवाह किया. इस अनूठी शादी में
केण्डल के वे तमाम सहकर्मी भी शामिल हुए जो उनके जीवन के आखिरी दिन उनके साथ थे.
बाद
में अपनी इस अनूठी शादी की तस्वीरों को देखकर जेसिका ने कहा, “तस्वीरें देखकर मुझे
लगता है कि केण्डल मेरे पास ही हैं. मैं उन्हें हंसते हुए देख सकती हूं. वो आज भी
मेरे दिल में मौज़ूद हैं. मैं उन्हें महसूस कर सकती हूं.” बहुत सारे लोगों ने इन
तस्वीरों को देखकर जेसिका से सम्पर्क किया
और उन्हें बताया कि उनकी इन तस्वीरों ने उन्हें खुद उनके अपने शोक से उबरने की ताकत
दी है.
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जयपुर से प्रकाशित लोकप्रिय अपराह्न दैनिक न्यूज़ टुडै में मेरे साप्ताहिक कॉलम कुछ इधर कुछ उधर के अंतर्गत शुक्रवार, 19 अक्टोबर, 2018 को इसी शीर्षक से प्रकाशित आलेख का मूल पाठ.