Tuesday, May 19, 2015

सहमति कपड़े उतारने की

समाचार है कि किसी जनजागृति समिति नामक संगठन ने मुम्बई के डॉम्बिवली (थाणे) के अंतर्गत आने वाले रामनगर पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज़ करवा कर यह मांग की है कि फिल्म अदाकारा सनी लियोनी को देश निकाला दिया जाए और भविष्य में उनके भारत प्रवेश पर रोक लगाई जाए. समिति का कहना है कि सनी लियोनी अपनी वेबसाइट पर वल्गरिटी का प्रदर्शन करतीं और स्त्रियों की गरिमा को आहत करती हैं. इस संगठन का यह भी कहना है कि उसने पिछले एक सप्ताह में महाराष्ट्र और गोवा के विभिन्न थानों में एक दर्ज़न से ज्यादा ऐसी ही शिकायतें और दर्ज़ करवाई हैं. हमारे पाठक यह तो जानते ही हैं कि 34 वर्षीया सनी लियोनी भारत मूल की कनाडाई नागरिक हैं और उनके पास अमरीका तथा कनाडा की दोहरी नागरिकता है. वे पूर्व पोर्न अदाकारा हैं और उनकी सबसे अधिक कुख्याति भी इसी वजह से है. सन 2012 में उन्होंने पूजा भट्ट की फिल्म ‘जिस्म 2’ से बॉलीवुड में प्रवेश  किया और उसके बाद कई और फिल्मों में भी काम किया. बॉलीवुड में उनका प्रवेश ‘बिग बॉस’ की मार्फत हुआ था. देश के एक बड़े अंग्रेज़ी अखबार ने  उन्हें साल 2014 की ‘मोस्ट डिज़ायरेबल वुमन’ भी घोषित किया था.

अब ज़रा दूसरी खबर की तरफ मुड़ें. टीवी धारावाहिकों की महारानी और अब अनेक लोकप्रिय फिल्मों की भी निर्मात्री एकता कपूर ने इन्हीं सनी लियोनी के साथ एक ‘बोल्ड’ फिल्म बनाने की घोषणा की. शीर्षक था – ‘एक्सएक्सएक्स’. ‘डर्टी पिक्चर’, ‘लव सेक्स और धोखा’   और ‘रागिनी एमएमएस’  जैसी फिल्में बना चुकीं एकता ने जब सनी लियोनी को अपनी इस बोल्ड फिल्म के लिए साइन किया तो सहज ही कल्पना की जा सकती है कि वे क्या चाहती होंगी. लेकिन ना जाने एकता की अपेक्षाएं क्या थीं कि जिस सनी लियोनी से उपरोक्त  जनजागृति समिति आतंकित है उसने भी एकता की इस फिल्म में ऐसे कुछ सीन करने से मना कर दिया जो उसे निर्वस्त्र होकर करने थे. ज़ाहिर है कि एकता ने तो उन्हें साइन ही इस आस पर किया होगा. लेकिन एकता और सनी के बीच तनानतनी इतनी ज्यादा बढ़ी कि अंतत: एकता के पास उन्हें अपनी इस फिल्म से बाहर करना ही एकमात्र विकल्प बचा, और उसका इस्तेमाल उन्होंने किया भी. लेकिन इस अप्रिय प्रसंग से उन्होंने एक सबक भी सीखा. सबक  यह कि अब उन्होंने तै कर लिया है कि वे अपनी  फिल्म  के लिए किसी भी कलाकार को साइन करने से पहले उससे ‘न्यूडिटी क्लॉज़’  पर साइन करवाएंगी. एकता ने इसकी शुरुआत बालाजी मोशन पिक्चर्स के केन घोष के निर्देशन में बनने वाले इसी इरॉटिक थ्रिलर ‘एक्सएक्सएक्स’ से कर दी है. इससे भी आगे  यह बात और कि एक नई अभिनेत्री  कायरा दत्त ने इस अनुबन्ध पर हस्ताक्षर कर भी दिये हैं. ‘नच बलिये’  सीज़न 6 की डांसर रह चुकीं  कायरा का कहना है, “मैं अपने शरीर को लेकर कम्फर्टेबल हूं और मुझे इसे कैरी करना आता है. मैंने बोल्ड दृश्य देने पर हां किया है  क्योंकि मुझे खुद पर और अपने निर्देशक पर पूरा विश्वास है.” बहुत स्वाभाविक है कि कायरा का यह वक्तव्य पढ़ते हुए हमें दीपिका पादुकोण के उस चर्चित वीडियो की भी याद आ जाए जिसका शीर्षक था ‘माय चॉइस’.
                                                                                                        
यहीं यह बता दिया जाना भी उपयुक्त होगा कि ‘न्यूडिटी क्लॉज़’  का सीधा-सादा मतलब  यह है कि इसे स्वीकार करने वाला कलाकार जितने की उससे मांग की जाएगी उतना एक्सपोज़ करने को कानूनी रूप से सहमत है. क्लॉज़ में एक्सपोज़र को और अधिक स्पष्ट करते हुए यह भी शामिल किया जा सकता है कि देह के किन भागों को अनावृत चित्रित किया जाएगा. इस क्लॉज़ में अन्य कलाकारों के साथ अंतरंग दृश्य करने की सहमति भी शामिल की जा सकती है. हॉलीवुड में तो यह क्लॉज़ काफी पहले से चलन में है और वहां विभिन्न यूनियनों ने भी अपनी गाइडलाइंस बना रखी हैं जो कलाकार और निर्माता दोनों के अधिकारों की रक्षा करती हैं. अपने देश में फिल्मों में काफी पहले से मौज़ूद न्यूडिटी के बावज़ूद कायरा दत्त इस तरह के अनुबन्ध पर हस्ताक्षर करने वाली पहली अदाकारा बन गई हैं.

अब देखने की बात यह है कि एक तरफ भारतीय सेंसर बोर्ड हमारी फिल्मों में सेक्स, हिंसा और अभद्र भाषा के प्रति कड़ा रुख अपनाने की बात कर रहा है और दूसरी तरफ फिल्म निर्माता अपने कलाकारों से अधिक मुक्त होने की अनुबन्ध शुदा  अपेक्षा कर रहे हैं. इस सन्दर्भ में श्याम बेनेगल का यह कथन भी विचारणीय है कि “आजकल जिस तरह की कहानियां बन रही हैं, इस तरह के दृश्य कहानी की मांग हैं.” लेकिन इस मामले में कलाकार की मर्जी वाली बात की अनदेखी नहीं की जा सकती. सिद्धांतत: तो लगता है कि ऐसे किसी क्लॉज़ पर दस्तखत करना न करना कलाकार की मर्जी की बात है, लेकिन क्या व्यवहार में भी ऐसा  ही होगा?

•••
लोकप्रिय अपराह्न दैनिक न्यूज़ टुडै में मेरे साप्ताहिक कॉलम कुछ इधर कुछ उधर के अंतर्गत मंगलवार, दिनांक 19 मई, 2015 को न्यूडिटी क्लॉज़ से फिल्मी परदे  पर कपड़े उतारने की सहमति शीर्षक से प्रकाशित आलेख का मूल पाठ.