Tuesday, November 15, 2016

जो पहले जन्मा वो छोटा और जो बाद में जन्मा वह बड़ा है!

फिल्म 'हिना' का वो गाना याद है ना: 'देर करता नहीं हूं देर हो जाती है.'  सोचता हूं कि अगर इसे बदल कर यों कर दिया जाए कि 'गड़बड़ करता नहीं हूं, गड़बड़ हो जाती है, तो कैसा रहे?'  ना, ना, आप ग़लत न समझें. मैंने कोई गड़बड़ नहीं की है. अलबत्ता सात समुद्र पार के अमरीका में ज़रूर एक मज़ेदार गड़बड़ हो गई. उसी का किस्सा आपको सुनाने के लिए यह भूमिका मैंने बनाई है. पिछले दिनों अमरीका के मैसाचुसेट्स राज्य के एक कस्बे के अस्पताल में एक अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई. इसी छह नवम्बर को अल्लसुबह इस राज्य के एक छोटे-से कस्बे के एक अस्पताल में एमिली और सेठ पीटरसन के परिवार में दो जुड़वां बेटों की आमद हुई. सुबह एक बजकर उनतालीस  मिनिट पर एमिली ने जन्म दिया पांच पाउण्ड के सेम्युअल को, और इसके ठीक इकत्तीस मिनिट बाद इस खूबसूरत दुनिया में अवतरित हुए इनसे चौदह औंस  अधिक वज़न वाले इनके लघु भ्राता रोनान. आप सही गणना कर रहे हैं कि रोनान इस दुनिया में अवतरित हुए ठीक दो बजकर दस मिनिट पर. इस तरह बड़े भाई सैम्युअल हुए और छोटे भाई हुए रोनान.

लेकिन अस्पताल से इनके जन्म के जो प्रमाण पत्र ज़ारी हुए उनमें सैम्युअल के जन्म का समय प्रात: 1.39 और रोनान के जन्म का समय प्रात: 1.10 अंकित किया गया. अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसा उलटफेर अस्पताल के किसी कर्मचारी की चूक  की वजह से हुआ होगा, तो आपको अपने सोच पर पुनर्विचार  करना होगा. आप भी कहेंगे कि इसमें पुनर्विचार की ज़रूरत कहां है? ग़लती तो ग़लती है. लेकिन अब मैं आपको बताता हूं कि यह ग़लती नहीं है.

इस बात  को समझने के लिए हमें उस व्यवस्था को समझना होगा जिससे हम अपरिचित हैं और जो व्यवस्था जो दुनिया के कुछ अन्य देशों की तरह अमरीका के अधिकांश राज्यों में भी चलन में है. व्यवस्था यह है  कि साल के गर्म महीनों की शुरुआत के समय घड़ी की सुइयों को एक घण्टा आगे खिसका दिया जाए. इससे सुबह एक घण्टे  बाद होती है और दिन  एक घण्टे बाद तक बना रहता है. इस व्यवस्था को डे लाइट सेविंग टाइम –संक्षेप में डीएसटी-  कहा जाता है. अमरीका में मार्च के दूसरे रविवार से यह व्यवस्था लागू होती है और नवम्बर के पहले रविवार को समाप्त हो जाती है. राज्य विशेष के स्थानीय समय के अनुसार सुबह दो बजे से इस व्यवस्था की शुरुआत होती है. भारत में ऐसा नहीं होता है, इसलिए हम इस व्यवस्था से अनभिज्ञ हैं. याद रखें कि नवम्बर के पहले रविवार (इस बरस छह नवम्बर को पहला रविवार था) से अमरीका में घड़ी की सुइयां एक घण्टा पीछे कर दी गई थीं. अब शायद यह बात स्पष्ट हो गई हो कि जब सैम्युअल महाशय इस दुनिया में अवतरित हुए तब घड़ी में समय हो रहा था एक बजकर उनतालीस मिनिट. लेकिन जब इसके ठीक इकतीस  मिनिट बाद उनके लघु भ्राता रोनान महाशय ने इस दुनियाँ में पदार्पण किया तब तक अमरीकी डे लाइट सेविंग व्यवस्था के अनुसार वहां की घड़ियों की सुइयां एक घण्टा पीछे की जा चुकी थीं. इसलिए इकतीस  मिनिट बाद दुनिया में पधारने वाले रोनान भइया के जन्म  का समय कागज़ों में अंकित किया गया एक बजकर दस मिनिट. यानि ठीक इकतीस  मिनिट छोटे रोनान अपने ही बड़े भाई सैम्युअल को छोटा साबित करते हुए उनसे  उनतीस मिनिट बड़े बन गए. और वो भी आधिकारिक रूप से. है ना मज़ेदार बात!

इस पूरे मामले का मज़ा लेते हुए इनकी मां, बत्तीस वर्षीया एमिली पीटरसन ने बताया कि उनके पतिदेव उनके पास आकर बोले कि तुम्हारे लिए एक पहेली है! छोटे बड़े की यह उलझन सुनकर एक बार  तो एमिली भी चकरा गई. लेकिन फिर उसे लगा कि इसमें क्यों दिमाग खपाया जाए. लेकिन जब एक दिन बाद ही अस्पताल की नर्स ने उससे कहा कि वो चालीस बरसों से वहां काम कर रही है लेकिन ऐसा वाकया पहली दफा सामने आया है, तो एमिली को भी लगा कि बात है तो ग़ौर  तलब. लेकिन अब वो भी जीवन में आ गई इस उलझन का भरपूर लुत्फ़ ले रही है. एमिली हंसते हुए कहती हैं कि भले ही सैम्युअल और रोनान के बीच छोटे-बड़े की यह उलझन आ खड़ी हुई है, इनकी बड़ी बहन ऑब्रे तो इनसे बड़ी ही है, और बड़ी रहेंगी. मामले का सौहार्द्रपूर्ण पटाक्षेप करती हुई एमिली कहती हैं, "मैं उम्मीद करती हूं कि अपने भावी जीवन में सैम्युअल और रोनान इस बात को लेकर कोई झगड़ा नहीं करेंगे!"  

▪▪▪
जयपुर से प्रकाशित लोकप्रिय अपराह्न दैनिक न्यूज़ टुडै में मेरे साप्ताहिक कॉलम कुछ इधर कुछ उधर के अंतर्गत मंगलवार, 15 नवम्बर, 2016 को 'अमरीका में डीएसटी सिस्टम से बड़ा भाई हुआ छोटा' शीर्षक से प्रकाशित आलेख का मूल पाठ.