अपने देश में कभी नेहरु
खानदान के कपड़े पेरिस से धुल कर आने की बात उनकी अमीरी के गुणगान के लिए की जाती
थी लेकिन बाद में इसी बात को उनकी विलासिता का द्योतक बना कर पेश किया जाने लगा.
एक गृह मंत्री जी के बार-बार कपड़े बदलने की चर्चाएं लोक स्मृति से लुप्त भी नहीं
हुई थीं कि एक बहुत महंगा और नाम लिखा सूट चर्चाओं के केंद्र में आ गया. लेकिन अगर
आप यह सोच कर लज्जित होते रहे हों कि हमारे देश में राजनीति का स्तर नीतियों की
बजाय नेताओं के निजी पहनने-ओढ़ने तक उतर आया है तो ज़रा ठहर कर यह वृत्तांत भी पढ़
लीजिए.
बीबीसी वन के लोकप्रिय व्यंग्यात्मक शो हैव
आई गोट न्यूज़ फॉर यू के एक एपीसोड में
पैनलिस्ट पॉल मेर्टन के साथ ब्रिटेन की पूर्व काबीना मंत्री और मौज़ूदा सांसद निकी
मॉर्गन को शिरकत करनी थी, लेकिन उनकी जगह दर्शकों ने देखा उनके चमड़े के भूरे
रंग के हैण्डबैग को. शो के प्रोड्यूसर्स
ने पिछली सितम्बर में इस शो के लिए निकी मॉर्गन को अनुबंधित किया था, लेकिन इसी
बीच निकी ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ एक अप्रिय विवाद में उलझ गईं. हुआ यह कि प्रधानमंत्री
टेरीज़ा मे ने 995 पाउण्ड कीमत का अमंदा वेकली द्वारा डिज़ाइन किया हुआ लेदर ट्राउज़र
पहन कर एक फोटो शूट में हिस्सा लिया तो निकी उन पर यह कहते हुए पिल पड़ीं कि प्रधानमंत्री
की इस तरह की विलासितापूर्ण फैशन रुचि उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को शायद ही पसंद
आए. उन्होंने यह और कह दिया कि मेरे पास कोई लेदर ट्राउज़र नहीं है, और मेरा खयाल है कि मैंने अपने
शादी के जोड़े के सिवा कभी किसी चीज़ पर इतना पैसा नहीं खर्चा है. इस विवाद
की चर्चाओं को सोशल मीडिया तक तो पहुंचना
ही था और वहां इन्हें एक नया नाम मिल गया
‘ट्राउज़र गेट’.
इन चर्चाओं के परवान चढ़ने
के साथ दो बड़ी बातें हुईं. पहली तो यह कि दस डाउनिंग स्ट्रीट ने निकी मॉर्गन को
नकारना शुरु कर दिया. इस टिप्पणी के बाद प्रधानमंत्री जी की जॉइण्ट चीफ़ ऑफ स्टाफ़
सुश्री हिल ने ब्रेक्सिट पर विचार करने के लिए काफी पहले निकी को दिया निमंत्रण
वापस ले लिया. ये सुश्री हिल प्रधानमंत्री की ‘गेट कीपर’ मानी
जाती हैं. एक ब्रिटिश अख़बार ने सुश्री हिल का एक टेक्स्ट मैसेज ही छाप दिया जिसमें
उन्होंने उसी बैठक में आमंत्रित एक अन्य सज्जन को यह कहा है कि “उस औरत को नम्बर दस में फिर कभी ना लाया जाए.”
नम्बर दस डाउनिंग स्ट्रीट ब्रिटिश प्रधानमंत्री के राजकीय आवास नाम है. दूसरा काम यह हुआ कि सत्ता पक्ष के खबरियों ने
खासी गहन खोज बीन के बाद यह पता कर लिया
कि प्रधानमंत्री जी के महंगे ट्राउज़र की आलोचना करने वाली निकी मॉर्गन भी महंगी
चीज़ों से परहेज़ नहीं करती हैं. इन लोगों ने एक तस्वीर खोज निकाली जिसमें निकी
मॉर्गन के हाथ में एक खासे महंगे और लक्ज़री ब्राण्ड मलबरी का बैग है जिसकी कीमत
प्रधानमंत्री जी द्वारा पहने गए ट्राउज़र की कीमत से महज़ 45 पौण्ड कम यानि 950
पाउण्ड बताई गई. जैसा कि इन सारे प्रकरणों में होता है, निकी
मॉर्गन के एक नज़दीकी सूत्र ने तुरंत इस खबर का खण्डन यह कहते हुए कर दिया कि यह
बैग हाल का नहीं बल्कि एक दशक पुराना है, और इसे निकी ने खुद
नहीं खरीदा था, बल्कि यह उन्हें भेंट में मिला था. लेकिन
विवाद इतने पर कैसे थम सकता था? इस पक्ष ने यह बात भी खोज
निकाली कि टेरीज़ा मे ने लक्ज़री लेग्स नामक
एक कम्पनी से 140 पाउण्ड मूल्य के वस्त्र बलात लिये थे. सरकारी दस्तावेज़ों को खंगाल कर यह भी पता लगा
लिया गया कि उन्होंने इंग्लैण्ड और
पाकिस्तान के बीच हुए एक दिवसीय क्रिकेट मैच के लिए दो टिकिट स्वीकार किये थे, वे बीबीसी प्रॉम्स में भी गई थीं और उन्होंने एक दक्षिण पंथी अख़बार और
प्रेस बैरन की तरफ से आयोजित डिनर का निमंत्रण भी स्वीकार किया था. सरकारी विवरणों
को टटोलकर इतना तक जान लिया गया कि टेरीज़ा मे हेलीकन डे’ज़
नामक एक कम्पनी से एक डिज़ाइनर स्कार्फ़ बतौर
उपहार स्वीकार कर चुकी हैं.
माननीय प्रधानमंत्री जी पर
इतने प्रहार करने वाली निकी मॉर्गन की बजाय अगर बीबीसी वन के शो में दर्शकों को
उनके हैण्डबैग के दर्शन कर संतुष्ट होना पड़ा तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना
चाहिए. लेकिन हम निकी मॉर्गन के हास्य बोध की दाद ज़रूर देंगे जिन्होंने यह कह कर
कि अगर शो वालों ने उनसे मांगा होता तो वे खुद उन्हें अपना बैग दान में दे देतीं अपनी
टाँग तो ऊपर रख ही ली है. प्रशंसा उनके इस
संयम की भी की जानी चाहिए कि उन्होंने बजाय कोई अप्रिय बात कहने के मात्र यह कहा
है कि वे इस शो से ‘अप्रत्याशित परिस्थितियों’ की वजह से अनुपस्थित हैं.
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जयपुर से प्रकाशित लोकप्रिय अपराह्न दैनिक न्यूज़ टुडै में मेरे साप्ताहिक कॉलम कुछ इधर कुछ उधर के अनत्रगत मंगलवार, 20 दिसम्बर, 2016 को इसी शीर्षक से प्रकाशित आलेख का मूल पाठ.
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